क्या आपने कभी सोचा है कि एटीएम पासवर्ड सिर्फ चार अंकों का ही क्यों होता है? क्यों नहीं इसका भी पासवर्ड कम से कम छह अंकों का होता है? इसके पीछे एक बेहद रोचक लेकिन क्यूट सा कारण है...
आमतौर पर लोगों का मानना है कि विज्ञान और तकनीक के फील्ड में रोमेंस या प्यार का भला क्या काम? लेकिन कभी-कभी किसी लव स्टोरी के कारण ऐसी रोचक घटनाऐं जन्म ले लेती हैं जिसका इफेक्ट पूरी दुनिया पर पड़ता है।
एटीएम का आविष्कार जॉन एड्रियन शेफर्ड-बेरॉन ने किया था। उन्होंने एटीएम से ट्रांजेक्शन को सेफ रखने के लिए छह अंकीय पासवर्ड का प्रस्ताव रखा था। लेकिन अपनी पत्नी की वजह से उन्हें यह प्रस्ताव वापस लेना पड़ा।
दरअसल, उनकी पत्नी कैरोलिन अधिकतम चार अंकों की संख्या ही याद रख सकती थी। इससे लंबी संख्याओं को याद रखने के लिये उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी। और बेरॉन थे कि,अपनी पत्नी को किसी हाल में परेशान नहीं देख सकते थे । अपनी पत्नी की इसी उलझन को दूर करने के लिए बेरॉन ने एटीएम के पासवर्ड को हमेशा के लिए 4 अंको का ही कर दिया।
आमतौर पर लोगों का मानना है कि विज्ञान और तकनीक के फील्ड में रोमेंस या प्यार का भला क्या काम? लेकिन कभी-कभी किसी लव स्टोरी के कारण ऐसी रोचक घटनाऐं जन्म ले लेती हैं जिसका इफेक्ट पूरी दुनिया पर पड़ता है।
एटीएम का आविष्कार जॉन एड्रियन शेफर्ड-बेरॉन ने किया था। उन्होंने एटीएम से ट्रांजेक्शन को सेफ रखने के लिए छह अंकीय पासवर्ड का प्रस्ताव रखा था। लेकिन अपनी पत्नी की वजह से उन्हें यह प्रस्ताव वापस लेना पड़ा।
दरअसल, उनकी पत्नी कैरोलिन अधिकतम चार अंकों की संख्या ही याद रख सकती थी। इससे लंबी संख्याओं को याद रखने के लिये उन्हें कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी। और बेरॉन थे कि,अपनी पत्नी को किसी हाल में परेशान नहीं देख सकते थे । अपनी पत्नी की इसी उलझन को दूर करने के लिए बेरॉन ने एटीएम के पासवर्ड को हमेशा के लिए 4 अंको का ही कर दिया।
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